tag:blogger.com,1999:blog-6250199838652944323.post3894494691826864077..comments2023-10-19T02:20:51.704-07:00Comments on संध्या: मोहे काहे विदेश..संध्याhttp://www.blogger.com/profile/18041861518985344081noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-6250199838652944323.post-89023020197851696422009-09-06T18:56:01.422-07:002009-09-06T18:56:01.422-07:00बेहतरीन विचार..उम्दा पोस्ट.
'ऋ' अक्षर ऋण ...बेहतरीन विचार..उम्दा पोस्ट.<br /><br />'ऋ' अक्षर ऋण में लिखने के लिए यदि आप बारहा इस्तेमाल कर रहे हैं तो R R u टाइप करें.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6250199838652944323.post-11323753542563054962009-09-06T11:04:06.609-07:002009-09-06T11:04:06.609-07:00देश के अंदर ब्याह करें या विदेश में .. शैतान तो क...देश के अंदर ब्याह करें या विदेश में .. शैतान तो कहीं भी मिल जाते हैं .. भ्रष्ट एवं सुस्त कानूनी प्रक्रिया ही सबसे बडी मुसीबत है !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6250199838652944323.post-24265455173057687422009-09-06T10:55:29.360-07:002009-09-06T10:55:29.360-07:00सार्थक पोस्ट।सार्थक पोस्ट।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6250199838652944323.post-91751195599807633822009-09-06T09:20:07.623-07:002009-09-06T09:20:07.623-07:00सटीक विचारणीय लेख. धन्यवाद.सटीक विचारणीय लेख. धन्यवाद.समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6250199838652944323.post-4903926560186830872009-09-06T08:58:36.995-07:002009-09-06T08:58:36.995-07:00आप ने एकदम दुरुस्त फ़रमाया है, साथ ही महत्वपूर्ण और...आप ने एकदम दुरुस्त फ़रमाया है, साथ ही महत्वपूर्ण और सारगर्भित मुद्दा उठाया है....प्रसन्नवदन चतुर्वेदी 'अनघ' https://www.blogger.com/profile/03784076664306549913noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6250199838652944323.post-21227587447222343342009-09-06T08:58:20.451-07:002009-09-06T08:58:20.451-07:00'गाय की तरह किसी भी खूंटे से बांधने से पहले यह...'गाय की तरह किसी भी खूंटे से बांधने से पहले यह तो सोंचे की यह खूंटा किसी कसाई का तो नहीं।'<br />बहुत सही कहा आपने -- <br />सुन्दर लेखनM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.com